बीज उपचार से रुकेगा ग्वार का उखेड़ा रोग, ग्वार की खेती के लिए ये जानकारी का होना बहुत जरूरी है ।
बीज उपचार से रुकेगा ग्वार का उखेड़ा रोग, ग्वार की खेती के लिए ये जानकारी का होना बहुत जरूरी है ।
खेत खजाना : नई दिल्ली, फिलहाल किसान ने ग्वार की बिजाई शुरू कर है । ग्वार की खेती करने के लिए किसान दिन रात महनत कर खेतों में काम कर रहा है । लेकिन कुछ किसानों को बीज उपचार की जानकारी नहीं जिसकी वजह से उन्हे काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है । तो आज हम इस लेख के माध्यम से ग्वार की खेती के बारे में जानकारी देंगे ताकि किसानों को ज्यादा से ज्यादा लाभ मिल सके।
ग्वार के इखेड़ा रोग की फंफूद भूमि में रहती है, जो उगने के साथ ही जड़ों पर आक्रमण कर देती है। इसके प्रकोप से चौथे मीले पड़ कर सूख जाते है, लेकिन मात्र 20 रुपये के खर्च से कार्यडाजिम 50 प्रतिशत से बीज का सूखा उपचार कर के बिजाई करने से इस रोग से बचा जा सकता है। चौ. चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के कोट विज्ञान विभाग से सेवानिवृत्त डॉ. आर के सैनी ने यह जानकारी दी।
वे कृषि एवं किसान कल्याण विभाग निवानी की ओर से खंड सिवानी के गांव बडवा में आयोजित कृषि शिविर में बोल रहे थे। उन्होंने ग्वार फसल की अच्छी पैदावार लेने के लिए उन्नत किस्मों से बिजाई करने की सलाह दी। कृषि विशेषज्ञ डॉ. शमशेर जांगड़ा ने किसानों को बाजरा तथा मूंग से संबंधित वैज्ञानिक जानकारी दी। इस मौके पर बंसीलाल, भागीरथ, श्रवण, जयसिह, राकेश, बलवान, चैन सिंह, सुकेश, प्रवीन, पवन, हरिसिंह, राजेश कुमार, महताब सिंह, सुंदर सिंह मौजूद रहे।